अमेरिकी निजी एयरोस्पेस कंपनी स्पेस X अंतरिक्ष में लगातार तहलका मचा रही है ।अब उन्होने एक ऐसा कारनामा किया है,जिनको जानकर हर कोई हैरान है। स्पेस X अपने महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट स्टारशिप के परीक्षण में जुटा हुआ है।इसी परीक्षण की श्रंखला में पाँचवा परीक्षण 13 अक्टूबर 2024 को अमेरिका के फ्लोरिडा से किया गया,जिसके अंतर्गत स्टारशिप को प्रक्षेपित करने के पश्चात उसकी सूपर हेवी बूस्टर स्टेज को पुनः धरती पर उतारते हुए,लॉन्चिंग पैड पर लगी चॉपस्टिक द्वारा सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया, ताकि सुपर हैवी बूस्टर का पुनः उपयोग किया जा सके।
हालाँकि इससे पहले भी स्पेसएक्स द्वारा फ़ाल्कन-9 और फ़ाल्कन-हैवी जैसे शक्तिशाली प्रक्षेपण यानो की बूस्टर चरण को धरातल पर लंबवत सफल लैंडिंग करवाई जाती रही है।परंतु दुनिया के सबसे भारी रॉकेट को धरती पर उतरते हुए कैच करने का कारनामा अपने आप में ऐतिहासिक है।
स्पेसएक्स का “स्टारशिप प्रोजेक्ट” एक द्विचरणीय यान है, जो पूर्ण रूप में पुनःप्रयोज्य होने के साथ-साथ अब तक का दुनिया का सबसे भारी व शक्तिशाली रॉकेट है। स्टारशिप भारी कार्गो और मानव को चंद्रमा, मंगल व उससे भी आगे तक ले जाने में सक्षम है। यह स्टारशिप प्रोजेक्ट दो चरणो से युक्त है, जिसका प्रथम चरण 33 रेप्टर इंजन के क्लस्टर से प्रणोदित सूपर हैवी बूस्टर कहलाता है, जो यान को शुरुआती थ्रस्ट प्रदान करता है, वहीं इसका ऊपरी व दूसरा चरण स्टारशिप स्पेसक्राफ़्ट कहलाता है, जो बूस्टर चरण के पृथक होने के पश्चात आगे की यात्रा जारी रखता है।इस चरण में भी मिथेलोक्स ईंधन पर आधारित 6 रेप्टर इंजन उपयोग में लाए जाते है।
उल्लेखनीय है कि स्टारशिप के दोनों ही चरणों को उपयोग के पश्चात पुनः प्राप्त किया जाना प्रस्तावित है।हालाँकि अभी तक यह रॉकेट परीक्षण के दौर में है। और इससे पूर्व अभी तक 4 परीक्षण सम्पन्न किए जा चुके है, तथा 5वाँ परीक्षण 13 अक्टूबर 2024 को किया गया है, जो पूरी तरह से सफल रहा, जहाँ इसकी बूस्टर स्टेज को धरती पर उतरते समय कैच किया गया, वहीं ऊपरी चरण को हिंद महासागर में नियंत्रित तरीक़े से टचडाउन करवाया गया।
स्पेसएक्स के मालिक व अमेरिकी अरबपति ऐलन मास्क का सपना मंगल ग्रह पर मानव कॉलोनी बसाने का है,इसलिए स्टारशिप नामक दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट को निर्मित किया गया है , जो 100 लोगों को एक साथ मंगल ग्रह तक ले जाने में सक्षम है।इसके अलावा नासा आर्टेमिस मिशन के अंतर्गत चंद्रमा पर एक बार फिर से मानव भेजना चाहता है, जिसमें स्टारशिप की भूमिका निर्णायक होने वाली है।
ग़ौरतलब है कि,50 लाख किलो वजन वाले इस स्टारशिप की लम्बाई 121 मीटर तथा चौड़ाई 9 मीटर है, जो 1.5 से 2.5 लाख किलो वजन के पेलोड को धरती की निम्न भू-कक्षा तक ले जाने में सक्षम है।
अभी स्टारशिप के पाँचवे परीक्षण में सिर्फ़ एक बूस्टर स्टेज को ही रिकवर किया गया है,जबकि आगामी छठे परीक्षण में दोनो ही चरणो को पुनः रिकवर किए जाने की योजना है। तत्पश्चात इस यान की नियमित सेवाएँ प्राप्त की जाएगी।
लेखक- माँगी लाल विश्नोई