स्पेस एक्स का एक और कमाल,धरती से 700 किलोमीटर ऊपर स्पेसक्राफ़्ट को छोड़कर बाहर निकले अंतरिक्ष यात्री,किया स्पेस वॉक



अमेरिकी एयरोस्पेस कम्पनी स्पेसएक्स ने गुरुवार को अपने एक प्राइवेट मिशन पोलारिस डॉन के अंतर्गत नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए धरती से लगभग 700 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष में पहली प्राइवेट स्पेस वॉक करवाई।इसके अंतर्गत पोलारिस डॉन मिशन में शामिल चार अंतरिक्षयात्रियों में से दो यात्रियों ने ड्रैगन क्रू कैबिन का हैच खोलकर बाहर निकलते हुए extravehicular activity (EVA) संपादित की, जो कि किसी भी प्राइवेट एजेंसी के द्वारा की गई प्रथम स्पेस वॉक है।

ग़ौरतलब है कि 12 सितंबर 2024 को जब चार सदस्यों से युक्त स्पेस X का ड्रैगन क्रू कैप्सूल एक दीर्घवृत्ताकार कक्षा में पृथ्वी के चक्कर लगाते हुए हिन्द महासागर के ऊपर से गुज़र रहा था,तब उसमें सवार जैरेड इशाकमैन ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कैबिन का गेट खोलकर अंतरिक्ष में चहलक़दमी की।उसके थोड़ी ही देर बाद एक अन्य महिला अंतरिक्षयात्री सारा गिलिस ने भी ऐसा ही करते हुए EVA सम्पन्न किया तो मिशन कंट्रोल रूम में बैठे हज़ारों वैज्ञानिकों ने तालियां बजाकर इन बहादुर अंतरिक्ष यात्रियों का हौसला बढ़ाया।

क्या होता है EVA ? 


Extravehicular activity (EVA) अंतरिक्ष में होने वाली एक ऐसी गतिविधि है,जिसमें कोई अंतरिक्ष यात्री अपने spacecraft से बाहर निकल कर खुले अंतरिक्ष में विचरण करता है ।इस गतिविधि के दौरान अंतरिक्ष यात्री विशेष प्रकार के स्पेस शूट पहनते हैं ,जिसमें पोर्टेबल”इन्वायरॉन्मेंट कंट्रोल एवं लाइफ़ सपोर्ट सिस्टम”( ECLSS) होता है।

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन(ISS) पर भी किसी भी प्रकार की बाहरी मरम्मत को ठीक करने हेतु अंतरिक्षयात्री EVA का सहारा लेते हैं ,हालाँकि बाहर निकलते समय अंतरिक्षयात्री को स्पेस क्राफ्ट से एक रस्सी के द्वारा बाँध दिया जाता है,ताकि वह अंतरिक्ष में तैरता हुआ स्पेसक्राफ़्ट से ज़्यादा दूर नहीं चला जाए।

हालाँकि पोलारिस डॉन में संपन्न स्पेसवॉक में अंतरिक्षयात्री पूरी तरह से स्पेसक्राफ्ट से बाहर नहीं निकले,बल्कि उनका हैच खोलकर गेट पर ही खड़े रहे।पृथ्वी की कक्षा में धरती की सतह से सात सौ किलोमीटर दूर किसी भी अंतरिक्ष यात्री द्वारा की गयी यह पहली स्पेस वॉक है।

पोलारिस डॉन मिशन:- 

पोलारिस डॉन एक निजी मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है ,जो कि स्पेस X के द्वारा ऑपरेट किया जा रहा है,जबकि इनका संपूर्ण व्यय जैरेड इशाकमेन द्वारा वहन किया जाना है, जो स्वयं ही इस मिशन में एक यात्री के रूप में इस उड़ान में शामिल है।पोलारिस कार्यक्रम के अंतर्गत कुल 3 उड़ानें प्रस्तावित है जिसकी प्रथम उड़ान 10 सितंबर 2024 को स्पेस X के फ़ाल्कन-9 रॉकेट के द्वारा केनेडी स्पेस सेंटर USA से लॉन्च की गई।इस उड़ान में कुल चार अंतरिक्ष यात्री शामिल है जिसमें जेरेड इशाकमेन, स्कॉट पेटीट , सारा गिलिस तथा अन्ना मेनोन शामिल है।

पोलारिस डॉन की उपरोक्त उड़ान के अंतर्गत ड्रैगन क्रू कैप्सूल लगभग 5 दिन तक धरती के चक्कर लगाता रहेगा।इसी दौरान यह स्पेसक्राफ्ट धरती से लगभग 1408 किलोमीटर दूर तक जाएगा,जोकि 1972 के apollo कार्यक्रम के बाद मानव द्वारा तय की गई यात्रा का धरती से दूरतम बिंदु होगा।

इस मिशन के उद्देश्य:- 1)पोलारिस मिशन धरती के चक्कर लगाने के दौरान एक बिंदु पर वैन ऐलन रेडिएशन बेल्ट को पार करेगा।यह वह बिंदु है जहाँ पर धरती का मैग्नेटिक फ़ील्ड अत्यंत कमज़ोर होने के कारण उच्च रेडिएशन का क्षेत्र है, इसलिए पोलारिस डॉन इस बेल्ट से निकलकर मानव शरीर पर रेडिएशन के पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करेगा।

2) स्पेस X के द्वारा भविष्य में मंगल पर मानव मिशन को ध्यान में रखते हुए हाल ही में नये स्पेस सूट निर्मित किए है , जो कि परम्परागत स्पेस शूट के तुलना में अत्यंत हल्के व फ्लेक्सिबल है।इस मिशन का एक उद्देश्य EVA गतिविधि के द्वारा इन स्पेस शूट का परीक्षण करना है।

3) स्टारलिंक के द्वारा लेजर आधारित संचार का परीक्षण करना आदि ।               

लेखक-माँगी लाल विश्नोई

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