भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स जो कि एक अन्य एस्ट्रोनॉट बुच विल्मर के साथ 5 जून 2024 को बोइंग कंपनी के स्टार लाइनर स्पेसक्राफ्ट में बैठकर आठ दिनों के लिए अंतरिक्ष में गई थी।लेकिन वे दोनों अभी भी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में ही फँसे हुए हैं, और हाल फ़िलहाल इन दोनों की धरती पर वापसी की कोई राह नज़र नहीं आ रही है।क्योंकि नासा की तरफ़ से हाल ही में जारी एक आधिकारिक बयान में इस बात की पुष्टि की गई,कि सुनीता व बुच विल्मर की धरती पर वापसी फ़िलहाल संभव नहीं है,इन्हें कम से कम फ़रवरी 2025 तक अंतरिक्ष में ही रहना पड़ेगा।इसके पीछे का तर्क यह है,कि जिस स्टार लाइनर कैप्सूल में बैठकर ये दोनों अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन(ISS) पर गये थे, उसमें हीलियम लीक व थ्रस्टर में आई ख़राबी को बोइंग और नासा के तमाम प्रयासों के बावजूद अब तक दुरुस्त नहीं किया जा सका है।
ऐसी स्थिति में इस कैप्सूल से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की धरती तक वापसी ख़तरे से ख़ाली नहीं है और अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा भी इस बात को जानने के साथ साथ भली भाँति समझती है, कि स्पेस क्राफ़्ट के साथ जो गड़बड़ियां अंतरिक्ष में जाते समय आयी थी, वो गड़बड़ियाँ वापसी के दौरान भी आ सकती है,ऐसे में NASA दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए स्टार लाइनर से यात्रियों की वापसी का विचार त्यागकर अन्य विकल्प तलाश रही है।जिसमें स्पेस एक्स कम्पनी का ड्रैगन कैप्सूल उल्लेखनीय है।जो इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस धरती पर लाएगा।
हालाँकि इसमें भी एक समस्या है,कि जिस पोर्ट पर स्टार लाइनर वर्तमान में ISS पर डॉक है, उसे अनडॉक किये बिना धरती से भेजे जाने वाले किसी भी अन्य रैस्क्यू कैप्सूल को ISS से जोड़े कैसे ? क्योंकि अन्य कोई भी पोर्ट अभी ख़ाली नहीं है, सभी पर कोई न कोई स्पेस क्राफ्ट या कैप्सूल जुड़े हुए हैं ।ऐसी स्थिति में पहले स्टार लाइनर को उस पोर्ट से हटाना ज़रूरी है। लेकिन स्टार लाइनर उस पोर्ट से केवल तभी अनडॉक हो सकता है, जब कोई यात्री उसके अंदर बैठकर उसे वहाँ से हटाए।जोकि संभव नहीं है।
ऐसी स्थिति में एक ही विकल्प है, कि वर्तमान में ISS के Harmony port पर स्थित स्पेस एक्स का ड्रैगन क्रू-8, जो कि 4 अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर मार्च 2024 में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुँचा था, और यह सितंबर 2024 में अपना कार्यकाल पूर्ण कर चारों यात्रियों के साथ धरती पर लौट रहा है।इस क्रू-8 की जगह लेने के लिए धरती से सितम्बर 2024 में ही ड्रैगन क्रू-9 नामक मिशन जाएगा, जो कि फ़रवरी 2025 तक ISS पर कार्य करेगा।
नासा की योजना है, कि क्रू-9 के साथ चार की बजाय केवल दो यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा जाए तथा फ़रवरी 2025 में वापसी के दौरान इस ड्रैगन क्रू-9 के साथ सुनीता विलियम्स व बुच विल्मर (Vilmor) को सम्मिलित करते हुए उन्हें सुरक्षित धरती पर लाया जाए।ऐसे में सुनीता और बुच विल्मर (Vilmor) को फ़रवरी 2025 तक अंतरिक्ष स्टेशन में ही रहना पड़ेगा। जो केवल आठ दिन की मानसिकता के साथ अंतरिक्ष में गए थे,उनके लिए आठ माह तक अपने परिवार व स्वजनों से दूर एक अनंत शून्य में बिताना बेहद चुनौतीपूर्ण होने के साथ-साथ शारीरिक रूप से भी अत्यंत कष्टदायक होता है।लेकिन ये दोनों ही अंतरिक्ष यात्री परिपक्वता के साथ मानवता के लिए व विज्ञान के प्रति समर्पित भाव से इन हालातों को समझते हुए बिना किसी शिकायत के मुस्कुराकर अपना समय व्यतीत कर रहे हैं, जो क़ाबिले तारीफ़ है और युवा वैज्ञानिकों के लिए अपार ऊर्जा के स्रोत हैं।
लेखक -माँगी लाल विश्नोई